क्या होता हैं हनीट्रैप, जवानों से कैसे लेती हैं ख़ुफ़िया जानकारी

  •  कैसे सेना के जवानों को फसांती हैं पाक हनीट्रैप की लड़कियां, क्या होता हैं हनीट्रैप
  • भारतीय जवानों को हनीट्रैप करने का ना पाक प्लान

नेशन स्टेशन

गौरव श्रीवास्तव"भारतीय"

न्यूज डेस्क:भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी महिला ब्रिगेड का सहारा ले रही है। जवानों को इन लड़कियों के जरिए हनीट्रैप के जाल में फंसाया जाता है। पाकिस्तान ने ऐसी 45 से 50 लड़कियों की खास टीम का गठन किया हुआ है


जुलाई माह में भारतीय सेना के जवान को हनीट्रैप करने वाली लड़की की तस्वीर आप नीचे देख सकते हैं।

पाकिस्तानी आर्मी की हनीट्रैप गर्ल

पाकिस्तान की सबसे खुराफात एजेंसी ISI के मदद से पाकिस्तान की नापाक महिला ब्रिगेड भारतीय सुरक्षा बल के जवानों को निशाना बना रही है। इस टीम में लगभग 45 से 50 के लगभग लड़कियो के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा हैं। मामले को लेकर भारतीय जांच एजेंसी ने अलर्ट जारी कर रखा है। भारतीय सेना के आर्मी और BSF के जवानों को अलर्ट पर रहने के लिए बोल दिया गया है। क्योंकि किसी तरह से नापाक की हनीट्रैप लड़कियां सोशल मीडिया का सहारा लेकर जवानों को फंसाकर ब्लैकमेल कर ख़ुफ़िया जानकारी प्राप्त करने की जुगत में रहती हैं।सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने भारतीय जवानों को फंसाने के लिए कई तरह के हथकंडे तैयार किए हैं। जिसमें लड़कियों के द्वारा प्यार का झांसा देकर सुरक्षा जानकारी लेना अहम है। ऐसे में सुरक्षा में सेंध ख़तरा भी हमेशा बना रहता हैं। जैसे सेना में जवानों को ट्रेन किया जाता हैं, बिल्कुल वैसे ही पाकिस्तान, इन लड़कियों को झांसा देने के लिए ट्रेनिंग दे रहा है।

इंटेलिजेंस से जुड़े एक सीनियर अधिकारी के अनुसार ये ट्रेनिंग पाकिस्तानी आर्मी के इंटेलिजेंस यूनिट 412 सिंध के हैदराबाद में पूरी कराई जाती है। इस ट्रेनिंग के माध्यम से पाकिस्तान व भारत के तटीय सीमा क्षेत्रों के बॉर्डर जैसे राजस्थान व गुजरात के सैन्य ठिकानों पर तैनात जवानों को निशाना बनाना है।सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की ये महिलाए पाकिस्तानी सेना के ब्रिगेडियर और कैप्टन रैंक के अफसर के अधीन काम कर रही हैं.



राजस्थान से रेकी करते हुए ISI एजेंट के दो जासूस गिरफ्तार


पाकिस्तानी एजेंट ने भारतीय जवान को किया हनीट्रैप हनी ट्रैप के जाल मै फसकर एयरफोर्स के जवानों को गिरफ्तार किया गया है।ये जवान isi एजेंट्स के जाल में फंसकर देश की गोपनीय जानकारियों को पाकिस्तान के जालसाजों के साथ साझा कर रहे थे। भारतीय वायुसेना के जवान देवेन्द्र को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।देवेन्द्र के मुताबिक़ उसे फ़ेसबुक पर किसी लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थीं।जिसे स्वीकार करने के बाद से ही बातचीत बढ़ी। और बाद में लड़कियों ने जवानों से हुए अपने अश्लील चैट व वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी इंटलीजेंस द्वारा लड़कियों को इसकी बाकायदा ट्रेनिंग देकर होटलों में रूम बुक कर भारतीय नामों से पहचान दी जाती हैं।जिससे जवानों को आसानी से फसाया जा सके।

 

जवानों को कैसे किया जाता है हनीट्रैप


- पाकिस्तानी हनीट्रैप आर्मी की ये महिला एजेंट सबसे पहले अपनी फर्जी आईडी सोशल मीडिया बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती हैं.

- रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने के बाद धीरे धीरे प्यार भरी बातें करती हैं.दोस्ती होने के बाद वे टारगेट को शादी का झांसा भी देती हैं.

 -टारगेट को फंसाने के लिए ये लड़कियां कुछ भी करने के लिए तैयार रहती हैं. टारगेट इनके कहने पर देश की सुरक्षा से जुड़े सीक्रेट डॉक्यूमेंट भी शेयर करने के लिए तैयार हो जाता है.

- खुफिया एजेन्सी की मानें तो सबसे खास बात ये है कि जिस आपसी चैट को जवान ये समझता है वो उसके दो लोगों के बीच का मसला है, उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI रिकॉर्ड कर लेती है.

- फिर इन जवानों को ब्लैकमेल किया जाता है. यानी जो मांगा जाए उसे देने से अगर इनकार किया तो चैट और वीडियो को पब्लिक करने की धमकी मिलना शुरू हो जाती है.

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