बिहार में सम्मानित हुआ उत्तर प्रदेश का लाल, पूर्व में भी राष्ट्रपति सम्मान पाकर कर चुके हैं देश का नाम रोशन

  •  बिहार के भागलपुर में विद्यावाचस्पति सारस्वत सम्मान से किया गया है सम्मानित
  • हाल ही में किया है, दो पुस्तकों का संपादन, राष्ट्रपति पुरस्कार से हो चुके हैं सम्मानित

राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त दयाशंकर
रिपोर्ट:स्वाभिमान चक्रवर्ती

रायबरेली: उत्तर प्रदेश, रायबरेली के बहुमुखी प्रतिभा के धनी राष्ट्रपति पुरस्कृत दयाशंकर को उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के चलते विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर, बिहार ने उन्हें "विद्यावाचस्पति सारस्वत सम्मान" से सम्मानित किया है। बताते चलें कि इसके पूर्व में दया शंकर जी को राष्ट्रपति पुरस्कार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय अवधी समाज भूषण सम्मान नेपाल व महापद्मनंद गौरव सम्मान, राष्ट्र रक्षक सम्मान, परशुराम सम्मान, इनोवेशन सम्मान के साथ-साथ रामानुजम जनमानस सम्मान के साथ भी पुरस्कृत किया गया है ऐसे कई सरकारी विभाग है, जहां पर अपनी हिंदी भाषी प्रतिभा को दिखाकर दयाशंकर ने प्रदेश के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन किया हैं। दयाशंकर वर्तमान में फिरोज गांधी कॉलेज रायबरेली में हिंदी विभाग में अध्यापन कार्य करते हुए 2 पुस्तकों का प्रकाशन भी कर चुके हैं। साथ ही साथ अपनी लेखनी के परिपक्वता के चलते रायबरेली जनपद, प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रहे हैं। दयाशंकर ने अपनी लेखनी से देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी जाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इस उपलब्धि पर डॉ. संतलाल, डॉ. मनोज त्रिपाठी, डॉ. बीडी मिश्रा, डॉ.चंपा श्रीवास्तव, डॉ. संजय सिंह, महादेव, डॉ. आजेंद्र प्रताप, डॉ. आर. बी. श्रीवास्तव, डॉ. अजय सिंह चौहान, डॉ. किरण श्रीवास्तव, डॉ. संतोष पांडे, प्रोफेसर अशोक कुमार, डॉ. पल्लवी पटेल, सुशील मौर्य, राघव, रवींद्र सिंह यादव, जयप्रकाश, कुंवर सिंह, आचार्य सूर्य प्रसाद शर्मा निशिहर, दुर्गाशंकर दुर्गेश आदि ने बधाई दी।

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