टैक्स चोरी व चालान से बचने के लिए बदल दे रहे ट्रकों के नंबर, खुली पोल पढ़े पूरी खबर

 अपना रहे तरह-तरह के हथकंडे, कोई लगा रहा कालिख तो कोई मिटा रहा नंबर



रिपोर्ट- वी. के. श्रीवास्तव

प्रतापगढ़। जिले से गुजरने वाले ट्रक चालक टैक्स चोरी करने व चेकिंग के दौरान ई-चालान से बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। अपने फायदे के लिए नंबर प्लेटों से छेड़छाड़ करने से भी बाज नहीं आ रहे। कोई नंबर प्लेट पर कालिख लगा रहा है तो कोई स्क्रैच मार रहा है। जिले से गुजरने वाले 45 फीसदी ट्रकों के नंबर में हेरफेर की बात सामने आ रही है।

पुलिस इन दिनों वाहनों की चेकिंग के दौरान ई-चालान कर रही है। ओवरलोड वाहनों के टैक्स भी परिवहन विभाग में बकाया है। ऐसे में जिले से गुजरने व स्थानीय ट्रकों के मालिकों और चालकों ने कार्रवाई से बचने के लिए नंबर प्लेटों में छेड़छाड़ का फंडा अपना लिया है। ओवरलोड मोरंग, गिट्टी लोड करने के बाद निकलने वाले ट्रक चालकों को भय रहता है कि रास्ते में चेकिंग के दौरान वह पकड़े जा सकते हैं। जिससे बचने के लिए ट्रकों के नंबर प्लेटों के साथ छेड़छाड़ की जाती है। नंबर प्लेट के किसी न किसी अंक पर कालिख पोती रहती है। कीचड़ व धूल के चलते प्लेट का नंबर दिखाई नहीं देता। कई चालक दूसरे ट्रकों के नंबर वाली प्लेट लगा लेते हैं। ऐसे में हादसों के बाद भारी वाहन भाग निकलते हैं और लोग ट्रकों का नंबर नहीं देख पाते। बहुत से चालक चेकिंग में फंसने पर कागजात नहीं दिखाते। इसके पीछे सोच रहती है कि समय मिलने पर कोई न कोई रास्ता निकल आएगा। यदि परिवहन विभाग व पुलिस के शिकंजे में फंसते भी हैं तो दूसरे नंबर पर चालान हो जाता है। मोबाइल पर मैसेज जाने के बाद वाहन स्वामी को पता चलता है कि उसके वाहन नंबर पर दूसरे वाहन भी रोड पर फर्राटा भर रहे हैं। रानीगंज व नगर कोतवाली के पृथ्वीगंज चौकी क्षेत्र में ऐसे ट्रक पकड़े जा चुके हैं। जोगापुर निवासी मंजूर अहमद के ट्रक के नंबर वाला दूसरा ट्रक छैवा के पास ढाबे पर मिला था। टैक्स बकाया होने के कारण चालक मंजूर अहमद के ट्रक का नंबर लगाकर अपना ट्रक चला रहा था। जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया। इसी तरह रानीगंज थाना क्षेत्र में भी तीन माह पहले दो ट्रक पकड़े जा चुके हैं। जिन्हें सीज करने के बाद पुलिस ने चालकों को जेल भेज दिया था।




नंबर प्लेट पर कालिख लगे ट्रक को पुलिस ने किया सीज


नगर कोतवाली के भंगवाचुंगी के करीब बुधवार को एक ट्रक गलत साइड से निकल रहा था। जिससे जाम लगा था। तभी उधर से गुजर रही कोतवाली पुलिस ने जाम खुलवाने के दौरान देखा तो ट्रक के नंबर प्लेट में छेड़छाड़ की गई थी। आगे का नंबर मिटा था तो पीछे कालिख लगी थी। चालक कागजात भी नहीं दिखा सका। जिसके बाद पुलिस ने ट्रक को सीज कर दिया।





चालकों के पास नहीं रहता ड्राइविंग लाइसेंस व कागजात


परिवहन विभाग की चेकिंग के दौरान अक्सर भारी वाहनों के चालक ड्राइविंग लाइसेंस नहीं दिखाते। जिसके चलते अधिकारियों को कार्रवाई के लिए परेशान होना पड़ता है। मजबूर होकर अधिकारी उस ट्रक के नंबर पर ही पांच हजार रुपये का जुर्माना करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। चालक व मालिक पांच हजार रुपये का जुर्माना जमा कर ट्रक ले‌कर चले जाते हैं। ऐसे मामले लगातार परिवहन विभाग के सामने आते हैं। प्रभावशाली लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामले को रफा-दफा भी कर दिया जाता है।





चेकिंग के दौरान ऐसे ट्रक मिलते हैं, जिनके नंबर प्लेट से छेड़छाड़ की गई होती है। ऐसे वाहनों का टैक्स बकाया होता है या फिर चालक ओवरलोड के चालान से बचने के लिए इस तरह के कृत्य करते हैं। जनवरी में ऐसे आठ वाहनों का चालान किया जा चुका है। ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

सुशील मिश्रा, एआरटीओ प्रशासन



ऐसे वाहन रात में गुजरते हैं। चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर कार्रवाई भी की जा रही है। चुनाव बाद ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

अभय पांडेय, सीओ, यातायात




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